श्रद्धेय  स्वामी रुपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में ! 

राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान

10 करोड़ श्री बजरंग बाण पाठ

100 करोड़ नवार्ण मंत्र जाप

10 करोड़ श्री महाकाल मंत्र आहुति

1 करोड़ श्री दुर्गा सप्तशती पाठ  

 भारत देश तथा समस्त विश्व में रहनेवाले सनातन धर्मावलम्बी भारतीयों की दैवीय सुरक्षा  हेतु श्रद्धेय #स्वामी "रूपेश्वरानन्द जी महाराज के मार्गदर्शन में राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान के अंतर्गत समस्त भारत देश के, विदेश के सनातन धर्मं अनुयायियों के लिए भारतवर्ष सनातन धर्म, सज्जन सनातन धर्मविलम्बीयों की दैवीय सुरक्षा एवं भारतवर्ष से समूल असुरत्व, विधर्म, अधर्मं एवं उसके सभी पोषक तत्वों का समूल नाश करने के लिए सभी सनातन धर्म अनुयायियो के लिए निम्नलिखित संकल्प के साथ अपने निवास स्थान, मंदिर, तीर्थस्थल, नदी तट, पर्वत पर एक साधना करनी है।

यह साधना दिनांक: 1  मई से 31 मई , 2025 तक चलेगी! इसमे कोई भी सनातन धर्म का अनुयायी किसी भी दिन भाग ले सकता है! 

इस वर्ष गर्मी में कही घुमने न जाकर घर पर ही यह अनुष्ठान करे। जो भी सनातन धर्म के ज्ञात अज्ञात शत्रु है, उनका समूल संहार करने के लिए मां भगवती दुर्गा से प्रार्थना करे।

👉🏻 प्रथम साधना :

100 करोड़ श्री नवार्ण मंत्र जप = 25 माला 25 दिन = 62,500 जप = 16000 साधक = 100 करोड़ जप 

नवार्ण  मंत्र  :  ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

मुख -  किसी भी दिशा में 

हवन करना हो तो हवन सामग्री में केवल श्वेत तिल का प्रयोग करे !

संकल्प :

हाथ में जल लेकर निम्न संकल्प पढ़ें – ( नवार्ण मंत्र अनुष्ठान हेतु  ) 


मैं (........अपना नाम) नामक उपासक/ उपासिका अपने निवास स्थान पर श्रद्धेय स्वामी रूपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन एवम् नेतृत्व में *" राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान" में सहभागी उपासक/ उपासिका के रूप में मेरे राष्ट्र भारत देश के ज्ञात अज्ञात समस्त  शत्रुओं का दमन करने हेतु, मेरा सपरिवार दैवीय संरक्षण हेतु, सनातन धर्म एवम् संस्कृति के उत्थान एवम् पुनः संस्थापन हेतु, अधर्म और असुरत्व के संहार हेतु,  भारत देश में विद्यमान धर्मानुरागी संत एवम् साधुजनों के दैवीय रक्षण हेतु तथा श्री आदिशक्ति मां भगवती महा सरस्वती, महालक्ष्मी तथा महाकाली  की कृपा प्राप्ति हेतु आज से.......दिन तक नित्य 10 माला नवार्ण मंत्र जप करने का संकल्प करता/ करती हूं। मां भगवती महा सरस्वती, महालक्ष्मी तथा महाकाली   मुझ पर प्रसन्न होवें और मेरा यह शुभ संकल्प पूर्ण करें।*

नवार्ण मंत्र सम्बन्धित विडियोज देखें ...

👉🏻 द्वितीय साधना :

10 करोड़ श्री बजरंग बाण पाठ = 25 पाठ 25 दिन = 625 x 1,60,000 साधक = 10 करोड़ पाठ

संकल्प :

हाथ में जल लेकर निम्न संकल्प पढ़ें– ( श्री बजरंग बाण अनुष्ठान हेतु  ) 


मैं (........अपना नाम) नामक उपासक/ उपासिका अपने निवास स्थान पर श्रद्धेय स्वामी रूपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन एवम् नेतृत्व में *" राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान" में सहभागी उपासक/ उपासिका के रूप में मेरे राष्ट्र भारत देश के ज्ञात अज्ञात समस्त  शत्रुओं का दमन करने हेतु, युध्द में भारत देश की विजय हेतु , मेरा सपरिवार दैवीय संरक्षण हेतु, सनातन धर्म एवम् संस्कृति के उत्थान एवम् पुनः संस्थापन हेतु, अधर्म और असुरत्व के संहार हेतु,  भारत देश में विद्यमान धर्मानुरागी संत एवम् साधुजनों के दैवीय रक्षण हेतु श्री हनुमान जी की कृपा प्राप्ति हेतु आज से.......दिन तक श्री बजरंग बाण के 25 पाठ  करने का संकल्प करता/ करती हूं। श्री हनुमान जी  मुझ पर प्रसन्न होवें और मेरा यह शुभ संकल्प पूर्ण करें।*

मुख्य लक्ष्य 1 करोड़ श्री हनुमान भक्त और 100 करोड़ श्री बजरंग बाण पाठ = 25 पाठ 4 दिन = 100 पाठ x 1 करोड़ भक्त  = 100  करोड़ बजरंग बाण पाठ

बजरंग बाण pdf  डाउनलोड करे
श्री बजरंग बाण अनुष्ठान सम्बंधित विडियोज देखे ..

👉🏻 तृतीय साधना :

10 करोड़ श्री महाकाल मंत्र से आहुति = 8000 साधक

श्री महाकाल  हवन मंत्र  :  ॐ  हूँ  महाकालाय स्वाहा

श्री महाकाली हवन   मंत्र  :  ॐ  क्लीं  महाकालिके स्वाहा

हवन सामग्री - राई - तिल का बराबर मात्रा में मिश्रण

मुख - पश्चिम अथवा दक्षिण , समय - रात्रिकाल 

अग्नि प्रज्वलित करने हेतु थोड़े थोड़े अंतराल में भारतीय गाय के घी की भी आहुति देते रहे ..!!

संकल्प :

हाथ में जल लेकर निम्न संकल्प पढ़ें– ( श्री महाकाल यज्ञ हेतु  ) 


मैं (........अपना नाम) नामक उपासक/ उपासिका अपने निवास स्थान पर श्रद्धेय स्वामी रूपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन एवम् नेतृत्व में *" राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान" में सहभागी उपासक/ उपासिका के रूप में मेरे राष्ट्र भारत देश के ज्ञात अज्ञात समस्त  शत्रुओं का दमन करने हेतु, युध्द में भारत देश की विजय हेतु , मेरा सपरिवार दैवीय संरक्षण हेतु, सनातन धर्म एवम् संस्कृति के उत्थान एवम् पुनः संस्थापन हेतु, अधर्म और असुरत्व के संहार हेतु,  भारत देश में विद्यमान धर्मानुरागी संत एवम् साधुजनों के दैवीय रक्षण हेतु भगवान श्री महाकाल एवं भगवती महाकाली जी की कृपा प्राप्ति हेतु आज से.......दिन तक श्री महाकाल मंत्र से नित्य .....आहुति एवं श्री महाकाली मन्त्र से नित्य.......आहुति देने का संकल्प करता/ करती हूं। श्री महाकाल एवं भगवती महाकाली जी  मुझ पर प्रसन्न होवें और मेरा यह शुभ संकल्प पूर्ण करें।*

श्री महाकाल यज्ञ सम्बन्धित विडियोज देखें ...

👉🏻 चतुर्थ साधना :

1 करोड़ श्री दुर्गा सप्तशती पाठ = 4,00,000 साधक ( 4 लाख साधक )

संकल्प :

हाथ में जल लेकर निम्न संकल्प पढ़ें – ( श्री चंडी पाठ अनुष्ठान हेतु  ) 


मैं (........अपना नाम) नामक उपासक/ उपासिका अपने निवास स्थान पर श्रद्धेय स्वामी रूपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन एवम् नेतृत्व में *" राष्ट्र रक्षा महायज्ञ अनुष्ठान" में सहभागी उपासक/ उपासिका के रूप में मेरे राष्ट्र भारत देश के ज्ञात अज्ञात समस्त  शत्रुओं का दमन करने हेतु, युध्द में भारत देश की विजय प्राप्ति हेतु ,  मेरा सपरिवार दैवीय संरक्षण हेतु, सनातन धर्म एवम् संस्कृति के उत्थान एवम् पुनः संस्थापन हेतु, अधर्म और असुरत्व के संहार हेतु,  भारत देश में विद्यमान धर्मानुरागी संत एवम् साधुजनों के दैवीय रक्षण हेतु तथा श्री आदिशक्ति मां भगवती महा सरस्वती, महालक्ष्मी तथा महाकाली  की प्रसन्नता हेतु आज से.......दिन तक नित्य श्री दुर्गा शप्तशती का एक पाठ  करने का संकल्प करता/ करती हूं।  मां भगवती महा सरस्वती, महालक्ष्मी तथा महाकाली   मुझ पर प्रसन्न होवें और मेरा यह शुभ संकल्प पूर्ण करें।*

श्री दुर्गा सप्तशती पाठ विधान
श्री दुर्गा सप्तशती  pdf  डाउनलोड करे
श्री दुर्गा सप्तशती पाठ कैसे करे ?
दुर्गा सप्तशती सम्बन्धित विडियोज देखें ...

इनमे से कोई भी साधना, मंत्र , यज्ञ , पाठ आदि कर सकते है!

जप, पाठ , आहुति, दिन आदि का संकल्प अपने सुविधा अनुसार ले!


संकल्प में पाठ जप , आहुति संख्या स्थान दिन आदि का उल्लेख करे।


विस्तार से समझने के लिए यह विडियो देखे :

https://youtube.com/live/0w8TsNvqvyA?feature=share

कम से कम 100 लोग इस अभियान से जुड़े, इसके लिए निम्नलिखित सन्देश वाट्सएप समूह, फेसबुक, instagram पर शेयर करे!

इस संकल्प के साथ जप करने से श्रध्दालुओं के साथ-2 समस्त सदाचारी सनातन धर्मावलम्बी भारतीयों को दैवीय कृपा एवं सुरक्षा प्राप्त होगी। जापक को इस अनुष्ठानकाल में सात्विक आहार विहार करना चाहिए।

हाथ का जल पूजन की थाली अथवा भूमि पर छोड़ दें।

अनुष्ठान में सहभागिता हेतु पाठक, जापक, यज्ञकर्ता फॉर्म...
अनुष्ठान अथवा पुरश्चरण करने का विधि विधान सुने

विशेष :

1- इस अनुष्ठान मे साधक दिनांक: 1  मई से 31 मई के मध्य किसी भी शुभ दिन से भाग ले सकते है। जप का संकल्प 10, 25 अथवा 30 दिन का ही लेना है।


2- जप संख्या 25 माला या अधिक रखी जा सकती है। परन्तु 25 माला जप पर्याप्त है।


3- इस अनुष्ठान काल में सात्विक आहार ग्रहण करें। मांस, अण्डा आदि पाशविक आहार न करे।  आपातकालीन स्थिती में लहसून , प्याज की छूट रहेगी।


4- नवार्ण मंत्र के उच्चारण में  ऐम् ह्रीम् क्लिम् चामुण्डायै विच्चे ( aim hrim klim chamundayai vichche ) ही पढें।


5- जप, अनुष्ठान अथवा नवार्ण मंत्र के विषय में अधिक जानकारी के लिए -->>> https://youtube.com/live/0w8TsNvqvyA?feature=share इस लिंक के माध्यम से यूट्यूब चैनल पर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते है।

अथवा  Swami Rupeshwaranand नाम से Google मे वेबसाइट सर्च करे।

श्री महाकाल यज्ञ में आशीर्वाद प्राप्ति हेतु यज्ञ भस्म के रूप में प्रसाद प्राप्ति हेतु तथा इस महायज्ञ के मुख्या यज्ञ मान बन ने हेतु पंजीकरण करे .....!!!

महायज्ञ के यज्ञमान बने...

अधिक जानकारी के लिए वाट्सएप नंबर +91 - 7607 233 230 पर WhatsApp मेसेज करें, अथवा phone कॉल करें !!!

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