अध्यात्मिक साधना  एवं पूजन  सामग्री 

||  हवन  सामग्री  || 

10

|| शुद्ध हवन सामग्री क्यों आवश्यक है ?? ||

हवन एक सूक्ष्म विज्ञान है। यदि इसमें प्रयुक्त सामग्री शुद्ध, सात्विक और योग्य न हो, तो इसका सकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है। इसलिए शुद्ध हवन सामग्री आवश्यक है ताकि शारीरिक, मानसिक और आत्मिक तीनों स्तरों पर लाभ प्राप्त किया जा सके।

शुद्धता का महत्व: हिन्दू धर्म में यज्ञ या हवन एक पवित्र कर्मकांड है। इसमें शुद्धता अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। अशुद्ध सामग्री से यज्ञ का फल नष्ट हो सकता है।

देवताओं का आह्वान: हवन के माध्यम से देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। शुद्ध सामग्री से ही उन्हें संतुष्ट किया जा सकता है।

मंत्र सिद्धि: हवन सामग्री शुद्ध हो, तभी मंत्रों का उच्चारण प्रभावी और फलदायी होता है।

वातावरण शुद्धिकरण: हवन में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे गुग्गुल, कपूर, चंदन, घी आदि वायुमंडल में रोगाणुनाशक गैसें उत्पन्न करते हैं। इससे वातावरण शुद्ध होता है।

नैगेटिव एनर्जी का नाश: शुद्ध हवन सामग्री से निकलने वाला धुआं घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और नकारात्मक शक्तियों को हटाता है।

शुद्ध वायु: शुद्ध सामग्री जलाने से उत्पन्न सुगंधित धुएं से साँस की बीमारियाँ, एलर्जी आदि से राहत मिलती है।

मानसिक शांति: शुद्ध सामग्री से मन शांत होता है, और ध्यान लगाने में सहायता मिलती है।

हवन सामग्री बुक करे!
हवन सामग्री प्राप्ति हेतु https://brahmavadini.in/ से ऑनलाइन BOOK कर सकते है | 
 विशेष सुचना  : BRAHMAVADINI SPIRITUAL SERVICES PVT LTD श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन में  आध्यात्मिक सेवाएँ प्रदान करने हेतु एवं धार्मिक शुध्द एवं शास्त्रोक्त शुद्ध पूजन सामग्री उपलब्ध कराने हेतु आश्रम सहयोगी सदस्यों द्वारा संचालित एक समूह  प्रकल्प ( COMPANY ) है ! इस विषय को जानने हेतु   https://brahmavadini.in/  वेबसाइट देख सकते है ! साथ ही जो भी श्रध्दालु  इस समूह प्रकल्प के साथ जुड़ना चाहते है, सहयोगी अथवा निवेशक बनाना चाहते है , वे Mo.No. 9565229993  पर कॉल अथवा व्हाट्सएप मेसेज कर सकते है ! 

महत्वपूर्ण सुचना :

 विषय में जिनको शंका अथवा अश्रध्दा हो , वे पंजीकरण न करें ! अश्रध्दा और शंका के भाव से किये गए कर्म का फल शुभ नही होता ! स्वामी रुपेश्वरानंद जी के मार्गदर्शन में किये जा रहे अनुष्ठान , उपासना, कर्मकांड आदि से अनेक श्रध्दालुओं को लाभ हो रहे है और उसके प्रत्यक्ष प्रमाण भी उपलब्ध है ! फिर भी आश्रम की ओर से किसी  को बाध्य नही किया जाता है,  केवल जिन्हें श्रध्दा हो , वे भी पंजीकरण करें !

आश्रम की ओर से भी पूर्ण विश्वास और विधि से कर्म संपन्न कराये जाते है !

 साधना सेट दक्षिणा, आदि नॉन - रिफंडएबल है  !

यज्ञमान बनने हेतु यज्ञमान पंजीकरण शुल्क जमा कर रसीद का स्क्रीनशॉट आश्रम वाट्सएप सेवा नंबर : 7607233230 पर भेजें अथवा यज्ञमान गूगल फॉर्म भरकर भेजें !

दक्षिणा जमा करने हेतु GOOGLE PAY / PHONE PE / PAYTM MO. NO .  : 981 77 77 108 

दक्षिणा जमा करने हेतु UPI ID  : 9817777108@hdfcbank 

अधिक जानकारी के लिए वाट्सएप नंबर +91 - 7607 233 230 पर WhatsApp मेसेज करें, अथवा phone कॉल करें !!!

बैंक खाता नाम :  SWAMI RUPESHWARANAND 

 दक्षिणा जमा करने हेतु QR कोड : 

Qr1
Qr2

QR CODE FOR YAGYAMAN DAKSHINA & DONATION